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जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के समक्ष अब डगमगाती राजनीतिक कश्ती को बचाने की चुनौती

Uday Shankar Singh Jamtara : पश्चिम बंगाल कैशकांड में गिरफ्तार जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी जेल से रिहा हो गए हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट ने उन्हें सशर्त अंतरिम जमानत दे दी है. अब उनके समक्ष अपनी डगमगाती राजनीतिक कश्ती को बचाने की चुनौती है. उन्हें अपनी खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए खुद को साबित करना पड़ेगा. जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के बीच उनके बारे में तरह-तरह का भ्रम फैला है. हो सकता है यह भ्रम उनके आगामी राजनीतिक भविष्य को प्रभावित करे. कलकत्ता हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के तीसरे दिन यानी 20 अगस्त को इसफान अंसारी जेल से बाहर निकले. उनके जेल से बाहर निकलने पर समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई. हालचाल पूछने समर्थक जामताड़ा से कोलकाता गए थे. विधायक का नया ठिकाना कोलकाता अब डॉ. इरफान अंसारी का नया ठिकाना जामताड़ा व रांची नहीं होकर कोलकाता हो गया है. उन्हें हाईकोर्ट की शर्त के अनुसार तीन महीने कोलकाता में ही गुजारना होगा. 30 जुलाई को हुए थे गिरफ्तार 30 जुलाई को जामताड़ा विधायक समेत कांग्रेस के ही और दो विधायक विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप एक काले रंग की फार्चूनर गाड़ी में 49 लाख कैश के साथ गिरफ्तार हुए थे. तीनों की गिरफ्तारी हावड़ा जिला अंतर्गत पांचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में हुई थी. फॉर्चूनर में जामताड़ा विधायक का बोर्ड लगा था. वह फॉर्चूनर विधायक का नहीं होकर नईम अंसारी नामक ठेकेदार का है. हालांकि अधिकांश समय इस गाड़ी का इस्तेमाल विधायक ही करते थे. दो विधायकों को भी मिली जमानत विक्सल कोंगाड़ी व राजेश कच्छप को भी जमानत मिल चुकी है. वे दोनों फिलहाल अंतरिम जमानत की शर्त के अनुसार बेल बांड नहीं भर पाए हैं. कैशकांड में गिरफ्तार तीनों कांग्रेसी विधायकों को पार्टी ने निलंबित कर दिया है. मामले की  जांच चल रही है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=392475&action=edit">यह

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